दुख में क्रिकेट

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    दुख में क्रिकेट
    ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर फिलिप ह्यूजेस की एक घरेलू मैच के दौरान सिर पर लगी एक बाउंसर के कारण दो दिन बाद गुरुवार को मृत्यु हो गयी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की तरफ से इसकी पुष्टि की गयी कि 25 वर्षीय अपनी जीवन की लड़ाई हार गए। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने ट्विटर पर लिखा, "हम यह घोषणा करते हुए बहुत दुखी हैं कि फिलिप ह्यूजेस का 25 वर्ष की आयु में निधन हो गया है।"
  • ताज पर राजनीती ताज पर राजनीती समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री आजम खान ने गुरुवार को यह कह कर एक विवाद शुरू कर दिया है जिसमे उन्होंने कहा कि प्रतिष्ठित ताज महल जो कि दो मुसलमानों का एक मक़बरा है उसे सुन्नी वक्फ बोर्ड को सौंप दिया जाये।
  • अच्छे आदमी अच्छे आदमी पुलिस महानिरीक्षक अनिल कुमार राव ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "आश्रम की पुलिस खोज के दौरान, बाबा के व्यक्तिगत कमरे में से एक गर्भावस्था परीक्षण किट पायी गयी। इसके अलावा तीन .32 बोर रिवाल्वर, 19 हवा बंदूकें, दो .12 बोर की राइफल, दो .315 बोर की राइफल, मिर्च ग्रेनेड और कारतूस भी आश्रम से पाये गए।
  • बर्थडे केक बर्थडे केक शुक्रवार को सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के 75 वें जन्मदिन पर उन्होंने विक्टोरियन शैली की आयात की हुई बग्गी चलाई और इसी दौरान उनकी पार्टी के नेता आज़म खान ने उस पैसे को आतंकी संगठन तालिबान और दाऊद इब्राहिम से आया हुआ कह कर एक नए विवाद को चिंगारी दे दी है।
  • योगी से भोगी योगी से भोगी 2000 में, रामपाल दास, हरियाणा सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर को बर्खास्त कर दिया गया था। वो अब एक डेरा या पंथ चला रहे है जिसकी कीमत 100 करोड़ रुपए है और अब वो सतगुरु रामपाल जी महाराज के नाम से जाना जाता है। 63 वर्षीय बरवाला, हरियाणा में एक आश्रम में रहता है जो कि 12 एकड़ में फैला हुआ है और वो बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज जैसी लक्जरी कारों सहित, ऐसी कई कारों का मालिक है। राजद्रोह या देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने के आरोपी, विवादास्पद गुरु को अंत में बुधवार की रात को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
  • खामोश चीफ खामोश चीफ न्यायमूर्ति मुकुल मुदगल जांच गठन ने अपनी जांच रिपोर्ट में कहा है कि एन श्रीनिवासन मैच फिक्सिंग या अवैध सट्टेबाजी में शामिल नहीं थे और ना ही और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भ्रष्टाचार की जांच बाधित करने का प्रयास किया। 35 पृष्ठ की इस रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को सार्वजनिक कर दिया। रिपोर्ट में यह साफ़ है कि श्रीनिवासन को कोड उल्लंघन का पता था लेकिन उन्होंने चुप्पी साध रखी और इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।