जीतो ने संता को नौकरानी के साथ पकड़ लिया!
नोकरानी: माफ़ करना मालकिन, 1000 रुपये के लालच में आ गई थी।
जीतो: तुम्हें 5000 रुपये दूंगी, पहले यह बता मालिक का खड़ा कैसे किया था!
जीतो और प्रीतो बाजार में सब्ज़ी खरीद रही थी।
जीतो: यह आलू मुझे संता की गोटियों जैसे लगते हैं।
प्रीतो: क्या वो इतनी बड़ी हैं?
जीतो: नहीं इतनी गंदी।
जीतो: मैंने पति से बहस में जीतने का नया तरीका ढूंढा है।
प्रीतो: सच में, मुझे भी बताओ।
जीतो: जब भी तुम्हारी पति से बहस हो जाये अपने कपडे उतार देना। हर बार तुम ही जीतोगे।
जीतो: संता के लंड को पकड़ कर ऊपर और नीचे कर रही थी।
संता रोमांटिक मूड में बोला, " सेक्स करने का मन कर रहा है क्या?"
जीतो धीरे से बोली, ओह! न जी न, 2-3 लिफ़ाफ़े चिपकाने हैं।
जीतो बस में अपने पीछे खड़े एक आदमी से बोली, "थोड़ा पीछे होकर खड़े रहें।"
आदमी बोला, "पीछे से लोग धक्का मार रहे हैं।"
जीतो: चूतिये, 2 बच्चों की माँ हूँ। धक्का मारने और गांड मारने में फर्क समझती हूँ।
रोज डे (Rose Day) पे संता, जीतो से, "मैंने तुम्हें रोज(Rose) दिया तुमने मुझे 'थैंक यू' भी नहीं बोला।
जीतो: मैं तुम्हें रोज़ देती हूँ, तुमने कभी कहा?
प्रीतो: अब मुझे बहुत ध्यान रखना पड़ता है कि मैं कहीं गर्भवती ना हो जाऊं।
जीतो: पर तुम तो कह रही थी कि तुम्हारे पति ने ऑपरेशन करवा लिया है।
प्रीतो: तभी तो ज्यादा ध्यान रखना पड़ता है।
जीतो: आजकल मुझे सारी रात जागना पड़ता है।
प्रीतो: वो क्यों?
जीतो: मेरे पति बीमार हैं न इसलिए।
प्रीतो: तो कोई नर्स क्यों नहीं रख लेती?
जीतो: नर्स रखी है, इसीलिए तो जागती हूँ।
एयरपोर्ट पर जीतो के बैग से प्लास्टिक का लंड लिकला।
अधिकारी: क्या आपके पति नहीं हैं?
जीतो: जी वो तो फिक्स लैंड लाइन की तरह हैं और ये मोबाइल की तरह, इसे मैं कहीं भी ले जाती हूँ।
नौकरानी: बीवी जी, अपनी साड़ी वापस ले लो।
जीतो: क्यों?
नौकरानी: जब पहनती हूँ तो साहब आप समझकर ध्यान ही नहीं देते, उल्टा पीछे से पड़ोसी लिपट जाते हैं।