एक बार एक जवान औरत ने शादी कि जिस से उसे 13 बच्चे हुए पर उसके बाद पति की मौत हो जाती है! वह जल्द ही फिर से दूसरी कर लेती जिस से उसे 7 बच्चों होते हैं पर उसके बाद उसका दूसरा पति भी मर जाता है! वह उसके बाद तीसरी शादी करती है जस से उसे 5 बच्चे और होते हैं!परन्तु फिर उसके तीसरे पत्ति कि भी मौत हो जाती है! अंत में उस औरत कि भी मौत हो जाती है! उसके ताबूत को दफनाते वक़्त उपदेशक उसके लिए ईश्वर का यह कहते हुए धन्यवाद करता है कि ईश्वर उस भली औरत कि आत्मा को शान्ति दे जिसने की उस परमात्मा के आदेश "आगे बढ़ो और बढ़ते रहो"की पालना की! अपने अंतिम स्तवनमें धर्म उपदेशक कहता है की ईश्वर का शुक्र है की अंत में अब वे साथ हैं और हमेशा साथ ही रहे! तभी उस औरत की अन्तेष्ठी में आया हुआ एक आदमी अपने पडोसी से पूछता है की क्या यह धर्म उपदेशक इस औरत के पहले दूसरे और तीसरे पति साथ होने की बात कर रहा है! दूसरा व्यक्ति कहता है, नहीं मुझे लगता है की ये उसकी जुडी हुई टांगो के बारे में कह रहा है! |