तीन महिलाओं कि एक दुर्घटना में एक साथ मौत हो जाती है और वे मरने के बाद स्वर्ग पहुँच जाती है! सेंट पीटर उनसे कहता है कि हमारे स्वर्ग का एक नियम है कि यहाँ जो बतखें आप को नजर आ रही है इनके ऊपर अपना पांव मत रखना! ये सुनकर उन्होंने स्वर्ग में प्रवेश किया जैसे ही वे अंदर गयी उन्होंने देखा कि अन्दर तो हर जगह पर बतखें ही बतखें है यह बहुत मुश्किल था कि बतखों पर बिना पाँव रखे चला जा सके फिर भी उन्होंने बच बच कर चलने की कोशिश की कुछ देर बाद न चाहते हुए भी एक बतख एक महिला के पाँव के नीचे आ गयी! तभी सेंट पीटर एक बहुत ही कुरूप आदमी को साथ में लेकर आया उस महिला ने ऐसा कुरूप आदमी कभी नहीं देखा था सेंट पीटर ने उन दोनों को एक जंजीर में बाँध दिया और कहा बतख के ऊपर पाँव रखने की तुम्हारी ये सजा है कि आज के बाद अनंतकाल तक तुम इस कुरूप आदमी के साथ इस जंजीर में बंधी रहोगी! अगले दिन अनजाने में दूसरी महिला का पाँव बतख के ऊपर चला गया तभी सेंट पीटर आ गया उसके साथ एक और बहुत ही कुरूप आदमी था उन्हें भी जंजीर से बांधा और वही सजा दी जो पहली महिला को दी थी! तीसरी महिला ये सब बहुत गौर से देख रही थी और सोच रही थी कि कहीं उसको भी ऐसे कुरूप आदमी के साथ न जाना पड़े इसलिए संभल संभल कर अपने पावं रख रही थी! उसने इसी तरह बिना बतख पर पावं रखे एक महिना निकाल दिया पर एक दिन सेंट पीटर एक बहुत ही खूबसूरत आदमी के साथ आया उस महिला ने पहली बार इतना खूबसूरत आदमी देखा हृष्ट-पुष्ट लम्बी चौड़ी कद काठी! सेंट पीटर ने उन दोनों को बिना कुछ कहे जंजीर में बांधा, और वो महिला कहने लगी मुझे हैरानी है कि क्या मैं अनंतकाल तक तुम्हारे साथ जंजीर में बंधे रहने के योग्य हूँ! वो आदमी कहने लगा मैं तुम्हारे बारे मैं तो नहीं जानता पर मैंने बतख पर पाँव रख दिया था! |