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    मालिक आलसी नौकर से: यहां पर इतने सारे मच्छर गुन-गुन कर रहे हैं, तू उन्हें मार क्यों नहीं देता!

    थोड़ी देर बाद मालिक: अबे साले नौकर के बच्चे मैंने तुझे मच्छर मारने को कहा अभी तक तूने मारे नहीं, वो अब भी गुन-गुन कर रहे हैं!

    आलसी नौकर: मालिक मच्छर तो मैंने मार दिए थे, यह तो उनकी बीवियां हैं जो विधवा होकर रो रही हैं!
  • उसे स्वर्ग क्यों भेजा! उस आदमी ने कहा जी मैं मुंबई टैक्सी स्टैंड का ड्राईवर हूँ यमराज ने चित्रगुप्त से उसका लेखा-झोका निकालने को कहा चित्रगुप्त ने उसका लेखा झोका निकालकर यमराज को दिया...
  • जल्दी कर भाई! चोर के कंधो पर बैठ गई और बोलीः सुनोजी आप जल्दी से पुलिस को बुला लाओ तब तक मैं इसे पकड कर रखती हूं तभी इधर-उधर देखने लगा...
  • लगे रहो लाईन में! जब कोइ आदमी आगे जाता, उसे लोग पकड के पीछे खींच लेते, एक आदमी कई बार आगे जाने की कोशिश किया पर उसे भी लोगों ने पीछे खींच लिया...
  • मैं खोल देता हूँ! नशा ज्यादा होने पर वह चाबी को ताले मे डाल नही पा रहा था, चाबी कभी इधर हो जाती कभी उधर, उसे परेशान देखकर एक सज्जन ने उसकी मदद करनी चाही...
  • सपने में! हम बस में सफर कर रहे थे अचानक बस ने नियंत्रण खो दिया और नदी में जा कर गिर गई हर कोई अपनी ज़िन्दगी बचाने के लिये तैर रहा था लेकिन तुम...