पप्पू स्कूल से घर लौट रहा था अचानक उसने देखा कि उसके पापा की गाड़ी उसके सामने से जंगल की तरफ जा रही है! उत्सुकतावश वह भी गाड़ी के पीछे भागने लगा थोड़ा दूर भागने के बाद उसने देखा कि गाड़ी जंगल में एक तरफ को खड़ी है पप्पू चुपके से गया और गाड़ी के अन्दर देखा तो उसके पापा संता, प्रीतो के साथ बुरी तरह चिपके हुए थे वो वहां से भागा और सीधे घर पहुंचा और सारी बात अपनी माँ से कहने लगा! माँ मैं स्कूल से घर आ रहा था तभी पापा कि गाड़ी जंगल कि तरफ गयी, मैं भी पीछे भागा तो देखा कि गाड़ी जंगल में खड़ी थी मैंने देखा कि पापा प्रीतो आंटी के साथ चिपके हुए थे, और उन्हें चूम रहे थे और फिर उनके कपड़े उतारने लगे और फिर वो भी पापा के कपड़े उतारने लगी! जीतो ने उसे इसे बात पर रोक दिया और कहा पप्पू ये तो बड़ा अच्छा हुआ कि तुमने अपने पापा को देख लिया अब यही कहानी तुम शाम को डिनर करते हुए सुनाना मैं तुम्हारे पापा कि सूरत देखना चाहती हूँ जब वो ये सब सुनेगें! शाम को डिनर करते हुए जीतो ने कहा, पप्पू जो तुमने दिन में देखा जरा वो सुनाओ! पप्पू दिन वाली कहानी सुनाने लगा, पापा की गाड़ी जंगल में गयी, पापा और आंटी ने कपड़े उतारे फिर प्रीतो आंटी पिछली सीट पर नीचे लेट गयी, फिर वो और पापा वही करने लगे जो माँ और बंता अंकल तब कर रहे थे जब पापा ऑफिस टूअर से बाहर गए थे! |