एक आदमी का नाम था संता नंगा! हर कोई उसे संता नंगा के नाम से बुलाता और सब उस पर हँसते थे! एक दिन वो अपने दोस्त की पार्टी में गया और उसके दोस्त ने उसे सभी से मिलाते हुए कहा की ये मेरा बचपन का दोस्त है 'संता नंगा' और सारी पार्टी के लोग उस पर हंसने लगे! संता को ये बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा और संता ने वैधानिक तौर पर अपना नाम बदलने की सोची इसलिए वह कोर्ट गया और जज के सामने अपील की! संता: जज साहब , मेरा नाम सुनके सारे लोग हँसते हैं आप सुनोगे तो आप भी हंस देंगे इसलिए मैंने अपना नाम बदलना है! जज: अरे, नहीं नहीं ऐसा नहीं है तुम अपना नाम बताओ डरो मत! संता: मेरा नाम 'संता नंगा' है, ये नाम सुनकर जज साहब भी हंस पड़े! जज: कोई बात नहीं, अच्छा तुम बताओ तुम्हें बदल कर अपना नया नाम क्या रखना है? जो तुम्हें पसंद है! संता: साहब 'बंता नंगा' रखना है! |