बंता और उसका बेटा एक दिन मछलियाँ पकड़ने गए हुए थे, काफी देर तक वे दोनों नाव पर बैठे रहे पर उनके हाथ कुछ नहीं लगा! उसका बेटा बोर हो रहा था, उसने अपने पापा से ऐसे ही इधर उधर की बातें शुरू कर दी! बातों बातों में उसने अपने पापा से पूछ लिया... पापा ये तो बताओ ये नाव तैरती कैसे है? बंता ने थोड़ी देर सोचा और जवाब दिया बेटा ये तो ठीक से मैं भी नहीं जानता! बच्चा थोड़ी देर चुप रहा फिर से उसने अपने पापा को पूछा पापा ये तो बताओ मछलियाँ पानी के अन्दर रहकर सांस कैसे लेती है? बंता ने फिर से वही जवाब दिया ये तो मैं भी ठीक से नहीं जानता! थोड़ी देर बाद बच्चे ने फिर से पूछा पापा आसमान नीला क्यों है? बंता ने एक बार फिर से वही जवाब दिया ये तो मैं भी ठीक से नहीं जानता! बच्चा दु:खी हो गया और नाराज होकर अपने पापा से कहने लगा... पापा क्या आपको लगता है कि मैंने आपसे जो प्रश्न पूछे वो गलत थे? बंता ने उसे आश्वस्त करते हुए कहा नहीं बेटा, बिल्कुल नहीं अगर तुम प्रश्न नहीं पूछोगे तो फिर तुम कुछ भी नहीं सीख सकोगे! |