मैं मूर्ख नहीं हूँ!

  •  

    एक बार बंता लुधिआना गया, वह घंटाघर वाली गली से होकर गुजर रहा था उसकी नजर घंटेघर की घड़ी पर पड़ी तो एक आदमी ने उसे पूछ लिया साहब क्या इस घड़ी को खरीदोगे?

    बंता ने कहा बिल्कुल उस आदमी ने कहा तो फिर निकालिये 1000 रुपया, और थोड़ी देर रुकिए मैं सीढ़ी लेकर आता हूँ!

    बंता ने उस आदमी को 1000 रुपया दे दिया और वह आदमी वहां से गायब हो गया बंता काफी देर तक वहां उसका इन्तजार करता रहा पर वह आदमी नहीं आया और बंता भी वहां से चला गया!

    अगले दिन बंता फिर वहीँ से गुजर रहा था तो उस आदमी ने फिर उसे घड़ी खरीदने कि बात कही आदमी ने कहा तो निकालो फिर 1000 रूपया और मैं सीढ़ी लेकर आता हूँ!

    बंता ने उसे 1000 रूपए दिए और कहने लगा मैं मूर्ख नहीं हूँ, आज तुम यहाँ इन्तजार करो और मैं सीढ़ी लेकर आता हूँ!
  • वजन कम हो जाएगा! संता ने ऐसा सुनकर चला गया, जब 300 दिन पूरे हुए तो संता ने डॉक्टर को फ़ोन किया डॉक्टर साहब मेरा वजन तो कम हो गया पर एक समस्या हो गई है...
  • आकर्षक चीज! अगले दिन संता नया थर्मस लेकर ऑफिस चला गया उसके बॉस ने उसे देखा और पूछा अरे संता ये इतनी बढ़िया सी चीज जो तुम लाये हो वह क्या है संता ने...
  • फर्क कैसे करें! संता और बंता कन्फ्यूज हो गए फिर अगले दिन संता ने अपने घोड़े के शरीर के हिस्सों को थोड़ा-थोड़ा काट दिया उनके पड़ोसी ने बंता के घोड़े को भी वैसे ही काट दिया...
  • फ़ोन की घंटी! डॉक्टर ने पूछा अरे ये तुम्हारे कानों को क्या हुआ संता ने कहा मैं कपड़ों को प्रैस कर रहा था उतने में फ़ोन की घंटी बजी मैंने फ़ोन उठाने के बजाय प्रैस उठा लिया...
  • झगड़ा हो जाएगा! कुछ देर बाद संता फिर आया और पप्पू से बोला मैं तेरी मां से बहुत प्यार करता हूँ समझा पप्पू ने उसकी बात पर कोई ध्यान नहीं दिया और संता फिर से कहीं...