एक बिजली विभाग के फोरमैन ने बिजली के खम्बे गाड़ने के लिए दो अलग-अलग ग्रुप में कर्मचारियों को भेजा! उनके लिए सख्त हिदायत थी कि वे लोग शाम को आकर अपने फोरमैन के पास रिपोर्ट करें! वे चले गए और जब शाम को वापिस आये तो फोरमैन के सामने खड़े हो गए फोरमैन ने पहले ग्रुप के लीडर से पूछा हाँ तो कितने खम्बे लगाये तुमने? जवाब मैं उसने कहा साहब ग्यारह! फोरमैन ने उसकी पीठ थपथपाते हुए कहा बहुत अच्छे! फिर वह दूसरे ग्रुप लीडर संता के पास गया और वही प्रश्न पूछा: संता ने जवाब दिया साहब दो! फोरमैन ने कहा दो, जबकि दूसरे ग्रुप ने ग्यारह खम्बे लगाये है फोरमैन ने खीजते हुए कहा: संता ने जवाब दिया पर आप चल कर देख लीजिये की वे जमीन से कितने बाहर रखने है! |