•  

    एक धार्मिक आदमी और एक नास्तिक दोनों पड़ोसी थे!

    धार्मिक आदमी एक दिन जोर से चिल्ला रहा था हे भगवान! मेरे लिए खाना भेजो!

    नास्तिक आदमी ने जब ऐसा सुना तो उसने उसके पास जाकर कहा कि भाई कोई भगवान नही है!

    अगली सुबह जब वह धार्मिक व्यक्ति जागा तो बाहर आँगन में उसने देखा कि किसी ने खाने पीने के सामान से भरा बैग रखा था!

    वह फिर जोर से चिल्लाया हे भगवान! तुम्हारा बहुत धन्यवाद कि तुमने मेरे लिए खाना भेज दिया!

    जब वह हाथ जोड़ कर खड़ा था तभी ब्रुश करता हुआ नास्तिक आदमी उसके सामने आया और कहने लगा अरे ये सब तुम्हारे भगवान ने नही भेजा ये सब मैंने रखा है!

    बिना समय गवाए धार्मिक आदमी फिर से चिल्लाया हे भगवान! इस खाने के लिए धन्यवाद जिसके लिए तुमने इस शैतान को पैसे खर्चने के लिए प्रेरित किया!
  • झूठ नही बोलूँगा! जब वह घर के सामने पहुंचा तो देखा कि उसकी बीवी दरवाजे पर बहुत गुस्से के साथ खड़ी है वह जैसे ही उसके सामने पहुंचा तो वह सीढ़ी से फिसलने वाला...
  • परेशान मत करो! उसने सोचा उसका पति सो रहा है इसलिए उसे बिना परेशान किये वह चुपचाप कमरे में आयी उसने पर्स को एक तरफ रखा अपने सारे कपड़े उतार कर नाईटी...
  • बदल कर देख लो! दूसरी बार केक को बदल कर रोटी रख दी चूहा फिर रोटी की तरफ लपका इस तरह कई बार फ़ूड आइटम बदले मगर चूहा हर बार फ़ूड आइटम की तरफ ही...
  • सारी जिम्मेवारी मेरी! लड़की ने रोते-रोते एक फोन किया लगभग आधे घण्टे बाद एक शानदार गाड़ी दरवाजे पर आकर रुकी उसमें से एक सुन्दर सा नौजवान निकला और अन्दर...
  • मैं नही दे सकता! मैं आपको साइनाइड की गोलियां नही दे सकता अगर मैंने ऐसा किया तो मैं अपना लाइसेंस गवा दूंगा और अगर मैंने आपको ये गोलियां दे दी तो हम दोनों...
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT