एक छोटा सा बच्चा अपने घर में बाथरूम के सामने से बाहर की तरफ जा रहा था तभी उसे अन्दर से कुछ आवाज सुनाई दी उसने हल्का सा बाथरूम का दरवाजा खोला तो देखा कि उसकी मम्मी शीशे के सामने बिल्कुल नग्नावस्था में खड़ी थी और अपने वक्षों को दबा रही थी और जोर से बड़बड़ा रही थी: मुझे आदमी चाहिए? मुझे एक आदमी की जरुरत है? अगले दिन भी ऐसा ही हुआ बच्चे ने हल्का सा बाथरूम का दरवाजा खोला और देखा कि उसकी मम्मी वैसा ही कर रही है जैसा पिछले कल कर रही थी और बड़बड़ा रही है: मुझे आदमी चाहिए? मुझे आदमी की जरुरत है? परन्तु अगले दिन जब वह बाथरूम के पास से गुजर रहा था तो उसे वहां किसी तरह की कोई आवाज नही आयी पर आवाज कहीं और ही जगह से आ रही थी वह अपनी मम्मी के बेडरूम की तरफ गया उसने अन्दर झाँका तो उसे कुछ स्पष्ट नजर नही आ रहा था पर उसे आवाज सुनाई दे रही थी मुझे आदमी मिल गया! ....हे भगवान! मुझे आदमी मिल गया! बच्चा जल्दी से भागता हुआ बाथरूम में जा पहुंचा उसने अपने सारे कपड़े उतारे और शीशे के सामने खड़ा हो गया और अपने शरीर को मसलने लगा और बड़बड़ाते हुए कहने लगा मुझे एक बाईसाइकिल चाहिए? मुझे एक बाईसाइकिल की जरुरत है? |