बंता एक महिला के साथ उसके घर पर बेडरूम में मस्तियाँ कर रह था! तभी उसे गैरेज का दरवाजा खुलता हुआ सुनाई दिया, महिला ने कहा लगता है मेरा पति आ गया है! वह जल्दी उठी और बंता से कहा यहाँ कुछ कपड़े पड़े है तुम इनको इस्तरी करना शुरू कर दो! बंता ने एक कमीज उठाया और उसे इस्तरी करने लग गया उसका पति अंदर आया और उसने आते ही पूछ लिया, अरे आज ये अजनबी आदमी कपड़ों को इस्तरी क्यों कर रहा है? महिला ने कहा मैंने इसे आज ही इसे घर की देखभाल के लिए रखा है! उसका पति ...अच्छा है! कहकर वहां से बाहर की तरफ चला गया! बंता थोड़ी देर वहां रुका और कपड़ों को इस्तरी करके वह बाहर आया और उसने गली में भागते हुए बस पकड़ी जैसे ही घर पहुंचा उसने सारी बात संता को सुनाई! संता ने उसकी ओर देखा और पूछा, क्या तुम उस लाल रंग वाले दो मंजिला घर की बात कर रहे हो जो पार्क के बिल्कुल साथ में है! बंता: हाँ यार! संता ने कहा, यार तू भी! तुम्हें क्या लगता है वो कपड़े वहां धोकर किसने रखे थे! |