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    एक बार छह वर्षीय पप्पू जोर-जोर से रोता, सीढियों से नीचे उतरता हुआ आ रहा था!

    यह देख उसकी माँ ने पूछा, "क्या बात है?"

    सिसकियाँ भरते हुए पप्पू बोला, "पिताजी ऊपर दीवार पर एक चित्र लटकाने के लिए कील लगा रहे थे, तो गलती से उन्होंने हथौड़ा अपने ही अंगूठे पर मार लिया!"

    पप्पू को चुप कराते हुए उसकी माँ बोली, " बेटा यह कोई बहुत गंभीर या घबराने वाली बात तो नहीं है, तो चलो अब ज़रा बहादुर बच्चों जैसे हँस कर दिखाओ!

    पप्पू रोते हुए जवाब देता है, " ऊपर वही तो किया था!"

  • ज्योतिषी एक बार मैदान में घूमते हुए एक आदमी कि नज़र एक ज्योतिषी के तम्बू पर पड़ती है, जिसे देख वह सोचता है कि क्यों ना कुछ देर हँसी मज़ाक के लिए इस ज्योतिषी के साथ ही वक़्त गुज़ारा जाए...
  • जीवन कभी रुकता नहीं एक बार संता की पत्नी उसकी कार और घर के सारे पैसे लेकर उसके दोस्त बंता के साथ भाग जाती है, जिसके बाद संता मानसिक अवसाद से पीड़ित हो चिकित्सक के पास जाता है...
  • जैसा काम वैसा नाम! संता- भाभी का क्या नाम है?

    बंता- गूगल कौर!

    संता- अरे, यह कैसा नाम है ?
  • आजीवन औषधि का प्रयोग चिकित्सक के यहाँ से वापस आने के बाद रामलाल बहुत चिंतित हो कर बैठ जाता है! यह देख उसकी पत्नी उससे पूछती है, "क्या बात है आप किसी बात से परेशान लग रहे हैं...
  • आध्यात्मिक दृष्टिहीनता एक बार एक किसान एक बंजर ज़मीन का टुकड़ा खरीदता है, जिसे की वह एक संपन्न उद्यम में बदलने की लालसा रखता है, जब वह उस खेत को खरीदता है तो उसमे बहुत सारी जंगली झाड़ियाँ...