एक बार बंता ने एक तोता पाला जो रोज संता को घर के सामने से गुज़रता हुआ देखता और कहता; तोता: भोंसड़ी के क्या हाल चाल हैं! यह सिलसिला काफी दिन तक चलता रहा तो एक दिन संता ने परेशान होकर बंता से शिकायत की और बोला; संता: भाई साहब आप ज़रा अपने तोते को समझा के रखें यह मुझे रोज़ आते जाते गालियाँ देता है और पूछता है क्या हाल चाल है! संता की बात सुन बंता ने अपने तोते को खूब डांटा! उसके बाद अगले दिन जब संता फिर बंता के घर के सामने से गुजरा तो तोते ने कुछ नहीं कहा, यह देख संता थोडा हैरान हुआ और कुछ दूर जा कर उसने पलट कर देखा तो तोता मुस्कुराते हुए बोला; तोता: भोंसड़ी के समझ तो तू गया ही होगा! |