एक बार एक सेठ ने संता को नौकरी पर रख लिय। उसकी दुकान की सेल दिन दुगनी रात चौगुनी हो गयी। सेठ ये देखकर बड़ा हैरान हुआ और उसने सोचा संता से मिलना चाहिए। सेठ अपनी दुकान पर गया तो संता किसी ग्राहक को मछली पकड़ने वाला काँटा बेच रहा था। सेठ कोने में खड़ा होकर देखने लेगा, ग्राहक ने मछली पकड़ने वाला काँटा 2500 रुपये में खरीद लिया। संता बोला, "अरे इतने महंगे जूते पहनकर मछली पकड़ेंगे क्या, एक जोड़ी स्पोर्ट्स शूज ही खरीद लो।" ग्राहक ने 6000 रुपये के जूते भी खरीद लिए। संता ने कहा, "आजकल गर्मी का मौसम है, धूप होगी एक कैप भी खरीद लो।" ग्राहक ने कैप भी खरीद ली। संता: "मछली पकड़ते हुए भूख भी लगेगी तो कुछ खाने को भी खरीद लो।" उस आदमी ने खाने के लिए बिस्कुट और चिप्स भी खरीद लिए । संता ने कहा, "मछली रखने के लिए एक टोकरी की भी जरुरत पड़ेगी वो भी ले लो।" उसने एक टोकरी भी ले ली, इस तरह उसका बिल 8000 का बना, और वो सामान लेकर चला गया। सेठ बहुत खुश हुआ उसने संता को बोला, "तुम बहुत अच्छे सेल्समेन हो वो केवल मछली पकड़ने का काँटा खरीदने आया था और तुमने उसे इतना सामान बेच दिया।" संता बोला, "सेठ जी, वो तो बीवी के लिए विसपर लेने आया था, मैंने उसको बोला चूतिये, चार दिन तू घर पे बैठा बैठा क्या करेगा? मछली ही पकड़ ले।" |