संता ने अपने आलसी नौकर से कहा, यहाँ पर इतने सारे मच्छर गुनगुना रहे हैं तू इन्हें मार गिरा। थोड़ी देर बाद संता फिर से बोला। संता: अबे साले नौकर के बच्चे मैंने तूझे मच्छर मारने को कहा था, अभी तक तूने मारे नहीं वो अब भी गुन-गुना रहे हैं। नौकर: साहब मच्छर तो मैंने मार दिए, यह तो उनकी पत्नियां हैं जो विधवा होकर रो रही हैं। |