एक शरीफ लड़के की सगाई एक बहुत ख़ूबसूरत लड़की से हुई। पर वो लड़का उस लड़की से कभी नहीं मिला था, ना ही उस से बात की थी। बस सब लोगो से उसकी खूबसूरती की तारीफ ही सुनी थी। अपनी सुहाग रात पर लड़का बड़ा ख़ुशी-ख़ुशी अपने कमरे में गया और बड़े स्टाइल से अपनी पत्नी का घूंघट उठा कर उससे बोला। लड़का: "तुम सच में बहुत ख़ूबसूरत हो, समझ नहीं आता की तुम्हे क्या तोहफा दूँ?" लड़की शर्माती हुई बोली, "दो आप ता दिल तले, वो देदो।" कहानी का मूल:दिखावों पे ना जाओ, अपनी अक्ल लगाओ। |