गर्मी के मौसम में एक आदमी एक जंगल के रास्ते से पैदल जा रहा होता है। रास्ते में उसे नदी मिली तो वह जंगल को सूनसान सा देखकर सोचा, नहा लिया जाए और गर्मी भी उतर जायेगी। वह कपड़े उतारकर नदी में नहाने के लिए चले जाता है। नहाने के बाद जब वह वापस आता है तो देखता है कि सारे जानवर उसे देखकर हंस रहे होते हैं। पहले तो आदमी को कुछ समझ नहीं आता की सभी जानवर उसे देख कर हंस क्यों रहे हैं, अभी वह अपने इन् ख्यालों में खोया हुआ ही होता है की तभी अचानक एक बंदर बोलता है, " अरे इसको तो देखो, इसकी पूंछ तो आगे की ओर है।" |