एक आदमी की तीन बेटियाँ एक बेटा होता है, एक दिन जब वह आदमी अपने घर के बगीचे में बैठा हुआ अखबार पढ़ रहा होता है तो उसकी बड़ी बेटी उसके पास आती है और कहती ही, " पापा, मैं शीला से प्यार करती हूं और उसी से शादी करूंगी।" पिता आश्चर्य से, "मतलब तुम समलैंगिक (Lesbian) हो, चलो कोई बात नहीं बस खुश रहना।" यह बोल कर वह आदमी फिर अखबार पढने लगता है कि इतने में उसकी दूसरी बेटी आती है और उससे कहती है, "पापा, मैं भी रानी से प्यार करती हूं और उसी से शादी करना चाहती हूं।" पिता: तुम भी समलैंगिक (Lesbian) हो! खैर चलो तुम भी खुश रहना। वह आदमी फिर अखबार पढने लग जाता है कि तभी उसकी तीसरी बेटी आती है और कहती है, "पापा, मैं भी गीता से प्यार करती हूं और उसी से शादी करना चाहती हूं।" यह सुन वह आदमी गुस्से से बौखला जाता है और कहता है, "एक और समलैंगिक(Lesbian)! बहनचोद, क्या इस घर में ऐसा कोई भी नहीं जिसे किसी लड़के से प्यार हो और उससे शादी करना चाहता हो?" बेटा: पापा, मैं हूं ना। |