एक बार संता हिमालय पर समाधि लगा कर बैठ जाता है और कई सालों तक अपने घर नहीं जाता। एक दिन उसे अस्पताल से फोन आता है तो दूसरी ओर से डॉक्टर उस से कहता है, " बधाई हो संता जी आपकी पत्नी माँ बनने वाली है।" यह सुन संता कुछ देर के लिए खामोश हो जाता है और कुछ नहीं बोलता। डॉक्टर फ़ोन पर ही पूछता है, "क्या हुआ संता जी क्या आप खुश नहीं हैं?" संता उदासी से बोला, "कुछ नहीं डॉक्टर साहब मैं तो बस यह सोच रहा हूँ ये गुप्त-दान कौन कर गया।" |