बंता: यार क्या तूने कभी प्यार किया है? संता: हाँ भाई किया तो है। बंता: अच्छा तो बता मोहब्बत क्या है? संता कुछ देर सोचता है और कहता है, "मोहब्बत एक से हो, तो भोलापन है, दो से हो तो अपनापन है, तीन से हो तो दीवानापन है, चार से हो तो पागलपन है और अगर फिर भी गिनती ना रुके तो कमीनापन है। |