संता अपनी बीवी बहुत प्यार करता था। एक बार जब उसकी बीवी को प्रसव के लिए ऑपरेशन थिएटर ले जाया गया तो उसके दर्द को देख कर संता डॉक्टर के पास गया और डॉक्टर से बोला, "डॉक्टर साहब मैं अपनी बीवी को तकलीफ में नहीं देख सकता इसीलिए मैं चाहता हूँ की आप कुछ ऐसा करें जिस से की जितनी तकलीफ मेरी बीवी को हो रही है उतनी ही मुझे भी हो। संता की बात सुन कर डॉक्टर कुछ देर के लिए सोच में पड़ गया। कुछ देर सोचने के बाद वह संता को अपने साथ ऑपरेशन थिएटर में ले गया और संता के टट्टे उसकी बीवी के हाथ में पकड़ा दिए। |