एक बार संता, बंता के घर खाने पर गया तो खाना खाते संता के पास आकर बंता की पत्नी बोली," ये क्या भाई साहब आपने तो कुछ लिया ही नहीं," और यह कहते हुए उसने चिकन का एक लैग पीस संता की प्लेट में रख दिया। कुछ देर बाद फिर वैसा ही हुआ और बंता की पत्नी संता की प्लेट में एक और लैग पिस रख कर चली गयी। पार्टी ख़त्म होम के बाद बंता ने संता से पूछा, "तो भाई संता खातिरदारी में कोई कमी तो नहीं रही?" संता: यार वैसे तो हर चीज़ लाजवाब थी, पर आखिरी में जो भाभी जी ने लातें उठा-उठा के दी है उससे मज़ा दोगुना ही हो गया। |