बंता को आत्मघाती हमलावर दस्ते में नियुक्त किया गया उसे एक मिशन दिया गया कि शत्रुओं के खेमें में जाकर अपने आप को मार दे। उसके उच्च अधिकारी ने उसे बहुत से हथियार दे दिए और कुछ बम उसके शरीर से बांध दिए और एक मोबाइल दिया जिससे उनकी बातचीत होती रहे। वह जैसे ही शत्रुओं के खेमें में पहुंचा उसने अपने बॉस को फ़ोन किया। सर यहं पर दो शत्रु सैनिक है क्या मैं अब खुद को मार दूँ। उच्च अधिकारी: नही केवल दो सैनिकों के लिए नही रुको जब तक काफी सैनिक न इकट्ठे हो जाये। बंता: अब जहाँ में खड़ा हूँ वहां लगभग 25-30 सैनिक खड़े है क्या अब मार दूँ? उच्च अधिकारी: नही थोड़े और बढ़ने दो। बंता: अब मेरे चारों ओर कोई 100 सैनिक है क्या में अब खुद को मार दूँ। उच्च अधिकारी: हाँ बिल्कुल... आगे बढ़ो... बहादुरी से लड़ो.. देश के लिए जान दे दो... बंता ने चाकू निकाला और अपनी छाती पर मार दिया। |