एक नवविवाहित युवक अपनी पत्नी को अपनी पसंदीदा जगहों की सैर करा रहा था, सो वह पत्नी को उस स्टेडियम में भी ले गया, जहां वह क्रिकेट खेला करता था। अचानक वह पत्नी से बोला, "क्यों न तुम भी बल्ले पर अपना हाथ आज़माकर देखो, हो सकता है तुम अच्छा खेल पाओ और मुझे अभ्यास के लिए एक साथी घर पर ही मिल जाए।" पत्नी भी मूड में थी सो तुरंत हामी भर दी और बल्ला हाथ में थामकर तैयार हो गई। पति ने गेंद फेंकी और पत्नी ने बल्ला घुमा दिया। इत्तफाक से गेंद बल्ले के बीचोंबीच टकराई और स्टेडियम के बाहर पहुंच गई। पति-पत्नी गेंद तलाशने बाहर की तरफ आए तो देखा तो गेंद ने करीब ही बने एक सुनसान से घर की पहली मंज़िल पर बने कमरे की खिड़की का कांच तोड़ दिया है। अब पति-पत्नी मकान-मालिक की गालियां सुनने के लिए खुद को तैयार करने के बाद सीढ़ियों की तरफ बढ़े और पहली मंज़िल पर बने एकमात्र कमरे तक पहुंच गए। दरवाजा खटखटाया तो भीतर से आवाज़ आई, "अंदर आ जाओ।" जब दोनों दरवाजा खोलकर भीतर घुसे तो हर तरफ कांच ही कांच फैला दिखाई दिया और उसके अलावा कांच की एक टूटी बोतल भी नज़र आई। वहीं सोफे पर हट्टा-कट्टा आदमी बैठा था। जिसने उन्हें देखते ही पूछा, "क्या तुम्हीं लोगों ने मेरी खिड़की तोड़ी है?" पति ने तुरंत माफी मांगना शुरू किया, परंतु उस हट्टे-कट्टे आदमी ने उसकी बात काटते हुए कहा, "दरअसल, मैं आप लोगों को धन्यवाद कहना चाहता हूं, क्योंकि मैं एक जिन्न हूं, जो एक श्राप के कारण उस बोतल में बंद था। अब आपकी गेंद ने इस बोतल को तोड़कर मुझे आज़ाद किया है। मेरे लिए तय किए गए नियमों के अनुसार मुझे खुद को आज़ाद करवाने वाले को आका मानना होता है और उसकी तीन इच्छाएं पूरी करनी होती हैं लेकिन चूंकि आप दोनों से यह काम अनजाने में हुआ है इसलिए मैं आप दोनों की एक-एक इच्छा पूरी करूंगा और एक इच्छा अपने लिए रख लूंगा।" 'बहुत बढ़िया' पति लगभग चिल्ला उठा और बोला, "मैं तो सारी उम्र बिना काम किए हर महीने 10 करोड़ रुपये की आमदनी चाहता हूं।" जिन्न ने कहा, "यह तो मेरे बाएं हाथ का खेल है।" इतना कहकर उसने हवा में हाथ उठाया और उसे घुमाते हुए बोला, "शूं-शूं लीजिए आका! आपकी 10 करोड़ की आमदनी आज ही से शुरू।" फिर वह पत्नी की तरफ घूमा, और शिष्ट स्वर में पूछा, "आप क्या चाहती हैं, मैडम?" पत्नी ने भी तपाक से इच्छा बताई, "मैं दुनिया के हर देश में एक खूबसूरत बंगला और शानदार कार चाहती हूं।" जिन्न ने फिर हवा में हाथ उठाया और उसे घुमाते हुए बोला, "शूं-शूं लीजिए मैडम! कागज़ात कल सुबह तक आपके घर पहुंच जाएंगे।" अब जिन्न फिर पति की तरफ घूमा और बोला, "अब मेरी इच्छा, चूंकि मैं लगभग 200 साल से इस बोतल में बंद था सो मुझे किसी औरत के साथ सोना नसीब नहीं हुआ अगर अब आप दोनों अनुमति दें तो मैं आपकी पत्नी के साथ सोना चाहता हूं।" पति ने तुरंत पत्नी के चेहरे की ओर देखा और बोला, "अब हमें ढेरों दौलत और बहुत सारे घर मिल गए हैं और यह सब तुम्हारी वजह से ही मुमकिन हुआ है सो यदि मेरी पत्नी को आपत्ति न हो तो मुझे इसे तुम्हारे साथ बिस्तर में भेजने में कोई आपत्ति नहीं है।" जिन्न ने मुस्कुराते हुए पत्नी की ओर नज़र घुमाई तो वह बोली, "तुम्हारे लिए मुझे भी कोई आपत्ति नहीं है।" पत्नी का इतना कहना था कि जिन्न ने तुरंत उसे कंधे पर उठाया और दूसरी मंज़िल पर एक बंद कमरे में ले गया और पांच-छह घंटे तक पत्नी के साथ धुआंधार मौज की। तूफान शांत हो जाने के बाद जिन्न बिस्तर से निकला और कपड़े पहनता हुआ औरत से बोला, "तुम्हारी और तुम्हारे पति की उम्र क्या है?" पत्नी मुस्कुराते हुए बोली, "वह 28 साल के हैं और मैं 25 की।" जिन्न भी मुस्कुराते हुए तपाक से बोला, "इतने बड़े-बड़े हो गए हो अब तक जिन्न-भूतों में यकीन करते हो।" |