बिना टिकट यात्रा!

  •  

    एक पहलवान बस में चढ़ा।

    कंडक्टर: भाई साहब, टिकट!

    पहलवान: हम टिकट नहीं लेते।

    कंडक्टर ने पहलवान की तरफ देखा पर चाहकर भी कुछ न बोल सका।

    ऐसे पहलवान हर रोज चढ़ता, पर टिकट न लेता और यही बात कंडक्टर के दिल पर लग गई।

    ऐसे ही 6 महीने बीत गए और अब कंडक्टर ने भी पहलवान की तरह अपनी बॉडी बना ली।

    अब पहलवान चढ़ा, तो कंडक्टर बोला: टिकट।

    पहलवान: हम टिकट नहीं लेते।

    कंडक्टर (छाती चौड़ी करके): क्यों नहीं लेते?

    पहलवान: क्योंकि हमने पास बनवा रखा है।
  • घडी का मसला! रात का समय था, सुनसान सड़क पर शर्मा जी अकेले चले आ रहे थे।
    अचानक सामने से दो व्यक्ति शर्मा जी के...
  • एक से बड़ कर एक! प्रेमी-प्रेमिका बाग में बैठे बातें कर रहे थे।
    प्रेमी: कल रात मैंने एक...
  • आप बूढ़े हो रहे हैं! आप बूढ़े हो रहे हैं:
    जब आपको हर बात से तकलीफ़...
  • बारिश का बहाना है! एक दिन पति-पत्नी के बीच झगड़ा हो गया।
    पति: बस-बस। बहुत हो चुका...
  • बहादुर संता! एक बार संता और बंता दोनों मोटरसाइकिल पर जा रहे थे।
    रास्ते में उनका एक्सीडेंट हो गया...