परमात्मा का शुक्र है!

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    ज़िंदगी में पहली बार तीन मित्र किसी के यहाँ मातम के लिए गए। जब कुछ देर चुप बैठे हो गई तो मरने वाले के बाप से पूछा: आखिर आपके बेटे की मौत हुई कैसे?

    जवाब मिला: उससे गलती से बंदूक का घोड़ा दब गया था, गोली लगी और मर गया।

    तभी दुसरे ने पूछा: गोली कहाँ लगी थी?

    जवाब मिला: आँख के नीचे।

    तभी तीसरा मित्र बोला: परमात्मा का शुक्र है, गोली आँख के नीचे ही लगी वरना आँख चली जाती।
  • चूँकि मैं एक पुरुष हूँ! चूँकि मैं एक पुरुष हूँ, जब मैं अपनी कार की चाबी कार के अंदर भूल जाता हूँ तो मैं बजाये इसके कि सर्विस सेंटर वालों को बुलाऊँ मैं खुद ही कपडे सुखाने वाले हेंगर के तार
  • घर जैसा नर्क! एक आदमी की मौत हो गयी और उसे अपने कर्मों की कारण नर्क की प्राप्ति हुई।
    उसने वहाँ जाकर देखा कि हर देश के लिए अलग-अलग नर्क है...
  • बंता का विचित्र ज्ञान! संता अपने बेटे पप्पू की वजह से बहुत परेशान था।
    इसी का सलाह-मश्वरा करने वो अपने दोस्त...
  • मैं भी नेता बन जाऊं! 2G, 3g, CWG, सब कुछ चट कर जाऊं,
    एक चुनाव मुझे जीता दे बस संसद...
  • पत्नी की राजनीति! संता लंगड़ाता हुआ जा रहा था और उसके कपड़े फटे हुए थे।
    बंता ने पूछा: क्या हुआ भाई...