जान बची तो लाखों पाये!

  •  

    पठान बहुत ही आशावादी था। हर बात पर कहता था, "ख़ुदा ख़ैर करे, इससे भी बुरा हो सकता था।"

    उसके सारे दोस्त उसकी इस बात से बहुत परेशान थे। एक दिन उन सब ने मिलकर एक कहानी बनायी जिससे ज्यादा बुरा होना मुश्किल था।

    पठान का एक दोस्त ग़मगीन सा चेहरा बना कर बोला, "यार, कल तो बहुत ही बुरा हुआ।"

    पठान: क्यों क्या हुआ?

    दोस्त: यार कल मेरा पडोसी जब घर लौटा तो उसकी बीवी किसी गैर मर्द के साथ रंगरलियां मना रही थी। यह देख कर मेरे पडोसी ने गुस्से में आकर दोनों को गोलियों से भून दिया और फिर खुद को भी गोली मार ली।

    पठान: ख़ुदा ख़ैर करे, इससे भी बुरा हो सकता था।

    दोस्त (चिढ कर): इससे बुरा क्या हो सकता था?

    पठान: अगर यह किस्सा परसों का होता तो मरने वालों में एक नाम मेरा होता!
  • हीरोइन की महानता! एक बार एक हीरोइन शूटिंग के लिए पानी के जहाज में यात्रा कर रही थी। यात्रा के दौरान उसने डायरी लिखी।
    पहले दिन की डायरी में लिखा था...
  • हनीमून! एक सहेली जब हनीमून मना कर लौटी तो उसकी सहेली ने पूछा, "कैसा रहा तुम्हारा हनीमून?"
    दूसरी सहेली: मेरी तो जान पर बन आयी थी।
    पहली सहेली: क्यों क्या हो...
  • उदासी का अनोखा कारण! पिकी कक्षा में बहुत उदास बैठी थी।
    उसकी सहेली ने पूछा: क्यों पिंकी क्या बात है? तुम उदास क्यों हो?
    पिंकी: बात यह है कि कल रात मैं एक पार्टी में...
  • थकान से बेहाल! एक बड़ी फर्म के प्रोपराइटर दुखी मुद्रा में रात को अपने मित्र के घर पहुंचे और बताया पत्नी से लड़ाई हो गई है, अंत: वह उसके पास सोने आए...
  • पैसों का सवाल! संता व्यापार के लिए विदेश गया था, वहाँ भाग्य से उसकी होटल के एक बार में एक सुंदर युवती से जान-पहचान हो गई जो बात करती-करती उसके कमरे तक ...
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT