बीमा कंपनी के तीन सेल्समैन अपनी-अपनी कंपनी की तेज सेवा के बारे में बातें कर रहे थे। पहला: हमारी कंपनी की सर्विस इतनी तेज है कि आदमी की सोमवार को मौत हुई और हमारी कंपनी ने बुधवार को ही मुआवजे की सारी रकम उनके घर पहुंचा दी। दूसरा: हमारी कंपनी तो मरने की शाम ही आदमी के घर जाकर मुआवजे की सारी रकम दे देती है। आखिरी सेल्समैन: अरे ये तो कुछ भी नहीं। हमारा ऑफिस बिल्डिंग के 10वीं मंज़िल पर है। उसी बिल्डिंग में हमारी कंपनी का बीमाकृत व्यक्ति 30वीं मंज़िल पर खिड़की साफ करते-करते नीचे गिर गया। हमारे ऑफिस तक पहुंचा तो हमने उसके मुआवजे वाला चेक उसके हाथ में ही पकड़ा दिया। |