सौ पुत्रोंं का राज़!

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    धृतराष्ट्र : "मैं बहुत खुश हूँ प्रिये, तुमने मुझे 100 पुत्र दिये।"

    गंधारी: "ये संभव ना होता स्वामी, अगर आप अंधे ना होते।"

    धृतराष्ट्र: "क्या मतलब ? क्या ये सौ पुत्र मेरे नहीं हैं तो किसके है?"

    गांधारी: "क्या पता? मैनें भी ते आखों पर पट्टी बाँध रखी है !
  • छेदा बड़ा है! एक गाँव में एक चौधरी के बेटे छेदामल की बड़ी मुश्किल से 40 वर्ष की आयु में 20 वर्ष की लड़की से शादी हो गयी। शादी के बाद छेदामल जी दुल्हन को घर ले आये किन्तु...
  • कुछ दिन तो गुजारो बैंगकॉक में! डालो अपनी चाबी किसी और के लॉक में;
    आओ, कुछ दिन तो गुजारो बैंगकॉक में;
    डाले रहेते हो हाथ अपनी...
  • बेगम की नाराज़गी! एक बार पठान अपनी बेगम के साथ अपने कमरे में लेटा हुआ था। तभी अचानक वह बड़े प्यार से अपनी पत्नी की तरफ देख कर बोला," क्या हुआ क्या हमारी जान हमसे नाराज़ है?"
    बेगम: तौबा-तौबा खां साहब...
  • शेख चिल्ली की सोच! एक बार संता को कहीं जाना था। दरवाजा खोला तो देखा हल्की बारिश हो रही है। जाना पैदल है और बारिश बढ़ भी सकती है।

    सोचने लगा कि क्या करूँ फिर ख्याल आया कि...
  • कॉल-गर्ल के नियम! किसी कालगर्ल की बुकिंग स्लिप पर ये नियम व शर्तें छपी थी।
    1. चूत की गहराई को उंगली से नापना सख़्त मना है।
    2. हमारे यहाँ चोदने...
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