एक भयानक सत्य कथा!

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    भारत में प्रथम श्रेणी में पास होने वाले विद्यार्थी टेक्नीकल में प्रवेश लेते हैं और वह डॉक्टर या इंजिनियर बनते है।

    द्वितीय श्रेणी में पास होने वाले MBA में एडमिशन लेते हैं और व्यवस्थापक/प्रबंधक बनते है तथा प्रथम श्रेणी वालों को हैंडल करते हैं।

    तृतीय श्रेणी में पास होने वाले कहीं पर भी प्रवेश नहीं लेते हैं। वह राजनीती में जाते है और प्रथम एवं द्वितीय श्रेणी वालो को हैंडल करते हैं।

    फेल होने वाले भी कहीं पर भी प्रवेश नहीं लेते हैं और वह अंडरवर्ल्ड में जा कर तीनों पर कंट्रोल करते है।

    और जो कभी स्कूल में गए ही नहीं वह बाबा-साधू बनते हैं और उपर लिखे चारों उनके पैर पढ़ते है।
  • आँख मिचोली! स्वर्ग के दरवाजे पर दस्तक हुई तो धर्मराज ने जाकर दरवाजा खोला। उन्होंने बाहर झाँका तो एक मानव को सामने खड़ा पाया। धर्मराज ने कुछ बोलने के लिए मुंह खोला ही था कि वो एकाएक गायब हो गया। धर्मराज ने कंधे उचकाए और फाटक बंद कर लिया।
    तत्काल फिर...
  • बुड्ढा बुड्ढी की कहानी! एक बुड्ढा आया साथ में एक बुढिया लाया;
    होटल में जाकर वेटर को बुलाया;
    दोनों ने अपना अपना आर्डर मंगवाया;
    पहेले बुड्ढ़े ने...
  • आव्य्श्यकता है गर्लफ्रेंड की! पद : जूनियर गर्लफ्रेंड/सहायक प्रेमिका
    अनुभव : कम से कम दो लडको की गर्ल फ्रेंड रह चुकी हो, तथा गर्ल फ्रेंड के सभी दायित्वों में पारंगत हो।
    आयु : 18-25 वर्ष (अगर कोई...
  • हम में क्या कमी है! घोडा रेस में बिक रहा है;
    वकील केस में बिक रहा है;
    अदालत में जज बिक रहा है;
    वर्दी में फर्ज बिक रहा है;
    यहाँ सब कुछ...
  • के बी सी के नाम पे धोखा! Patiala के एक लड़के ने अपनी गर्लफ्रेंड को फोन किया तो उसके पापा ने उठा लिया, लड़का मन मे बोला हे भगवान ये कहाँ से आ गया!
    पिता: हैलो, कौन बोल रहा है?
    लड़का: मैं अमिताभ बच्चन बोल रहा हूँ, कौन बनेगा करोड़पति से...