पर्दा प्रथा का पालन करने वाले घर में शहर की एक अल्हड़ कन्या का विवाह हो गया। एक दिन बहु आंगन में सास के साथ बैठकर बातें कर रही थी कि अचानक ससुर जी को किसी काम से आंगन की ओर आना पड़ा। बहू के वहीं बैठे होने के कारण उन्होंने खांसकर इशारा किया, ताकि बहू वहाँ से चली जाए। लेकिन जब ससुर जी के कई बार खांसने पर भी बहू न हिली, तो सास ने प्यार से बहू से कहा, "बहू कमरे में जाओ, तुम्हारे ससुर जी आए हैं।" इस पर बहू ने शरमाते हुए बड़े ही भोलेपन से पूछा, "माँ जी, ससुर जी आये हैं तो कमरे में मैं जाऊँ या आप जाएँगी?" |