सबसे पवित्र चीज है पुरुष का लिंग। ये बहूत विनम्र है, हमेशा झुका रहता है। ये बहुत दयालु है, लडकियों की गोद भरता है। ये असली गुरु है, जो अपने दो चेलों का साथ नही छोडता। इसमें सादगी है, ये छोटी सी गुफा में रात गुजार लेता है। ये आदरणीय है, नारी को देख कर खड़ा हो जाता है। ये कोमल है, चाहे कितना भी मरोड़ो इसमें से अमृत ही निकलता है, जिससे सृष्टि चलती है। |