एक बार पठान का समंदर में सफर कर था कि समंदर में आये एक भयानक तूफ़ान के कारण उसका जहाज़ टूट गया और वो एक टापू पर पहुँच गया। टापू पर पहुँचने पर उसने देखा कि टापू पर एक भेड़ और एक कुत्ता भी थे। तीनो की आपस में गहरी दोस्ती हो गयी। तीनो अपना ज्यादा समय इकठे ही बिताते। शाम को सूर्यास्त का नज़ारा देखते। एक दिन सूर्यास्त के समय पठान का मन सेक्स करने का हो गया लेकिन उसे वहां कोई ना दिखा तो उसने भेड़ को अपनी बाहों में ले लिया। यह देख कुत्ता चौकना हो गया। उसने जल्दी से भेड़ को पठान से छुड़वाया और पठान पर भौंकने लगा। पठान समझ गया कि कुत्ता भेड़ को बचाना चाहता है। फिर उसके बाद वो रोज़ घूमने जाते पर पठान भेड़ से दूर ही रहने लगा। अचानक एक दिन वहाँ एक और तूफ़ान आया जिसमे एक बेहद खूबसूरत लड़की उस टापू पर पहुँच गयी। जिसे देख पठान बहुत ही खुश हुआ पर तूफ़ान की वजह से लड़की की हालत बहुत खराब थी। पठान ने उसकी खूब सेवा की और उसे दिनों में ही तंदरुस्त कर दिया। जब लड़की ठीक हुई तो वो पठान से बहुत खुश हुई और उससे बोली, "मैं तुमसे बहुत खुश हूँ, तुमने मुझे नया जीवन दिया है। तुम जो चाहो मैं तुम्हारे लिए वो कर सकती हूँ।" पठान यह सुन बहुत खुश हुआ और लड़की को अपनी बाहों में लेकर उसके कान में फुसफुसाया, "क्या तुम इस कुत्ते को थोड़ी देर के लिए घुमाने ले जा सकती हो?" |