एक बै हरियाणा मै बारिस ना होवै थी। तो कुछ शायने माणस कठे हो कै नै एक चौधरी साहब तै नु बोले, "चौधरी साहब तपस्या कर लो, बारिस हो ज्यागी।" चौधरी साहब नै सोचा चलो कोई बात ना सबकी भलाई खातर काम सै कर लेते हैं। तो चौधरी साहब मंडगया तपस्या करण। चौधरी साहब की तपस्या तै खुश हो कै इन्दर देव प्रकट होगे अर चौधरी साहब तै बोले, "वर मांगो।" चौधरी साहब बोले, "मनै किसी चीज़ की कमी ना स खेत खलियान पोता पोती सब है। भगवान की दया तै बस तू बारिस करवा दे।" इतना सुण कै इंद्र बोले, "बारिस तो मै करवा ही दूंगा, पर आप कोई वर मागो।" चौधरी साहब बोले, "चाल इतनी ए जिद कर रहा है तो नु कर एक बै मनै फूफा कह दे।" |