लड़की देखे जाने पर लडका और लडकी में बात करने का तरीका देखते है। शायद आपको यूपी की भाषा पसंद आये! पप्पी: कित्ते तक पड़ी हो? अंजू: 8वीं तक। पप्पी: फिर काहे नाय पड़ी? अंजू: स्कूल दूर हतो तो हमारी पढ़ाई छुड़ाय दई गयी। पप्पी: अच्छा, रोटी बनाय लेत हौ का? अंजू: हाँ, बनाय लेत हैं। पप्पी: और सब्जी? अंजू: हाँ, सब्जीऔ बनाय लेत हैं। पप्पी: काय काय की बना लेत हौ? अंजू: आलू की मेथी की पालक की गोभी की भिन्डी की सबहि तराह की। पप्पी: कदुआ की नाय बनाय पाती हौ का? अंजू: हाँ, बनाय लेत हैं। पप्पी: कैसी बनात हो गीली का सूखी? अंजू: मुआ, करमजला, दारीजार, कन्नास नासपीटा नाय तो तैँ लौड़िया देखन आओ है कि काम बाली बाई देखन आओ है। धुँआ लगे इत्ती देर से दिमाग चाटन में लगो है जौ बना लेत वौ बना लेत। 1 चप्पल दिएँ अभई उतार के मुँह सूजी यइये अभई हाल। बड़ो आओ कदुआ खान वारो। |