एक मेडीकल कॉलेज मे एक नये प्रोफेसर ने ज्वॉइन किया और बहुत ही नामचीन प्रोफेसर होने की वजह से उसे इस बात की बिलकुल भी घबराहट नहीं थी कि आज इस कॉलेज मे उसका पहला दिन है। वो सीधा अपनी पहली क्लास में गया और सभी छात्र और छात्राओ ने उसका जोरदार स्वागत किया। प्रोफेसर ने सभी छात्र और छात्राओ को इस स्वागत के लिए धन्यवाद दिया और अपना परिचय देने के बाद क्लास से बोला, "मै भी आप सभी का परिचय जानना चाहता हूँ पर उससे पहले एक सवाल पूछ कर आप सभी के ज्ञान की परीक्षा लेना चाहता हूँ। सभी छात्र और छात्राओ ने एक साथ कहा, "सर ठीक है... हम सभी तैयार है।" प्रोफेसर: हमारे शरीर का कौन सा ऐसा अंग है जो कि हमारे उत्तेजित होने पर अपने वास्तविक साईज से दस गुना बडा हो जाता है? जब कोई हाथ खडा नही हुआ तो फिर प्रोफेसर ने एक लडकी को खडा होने के लिए इशारा किया और बोला, "तुम्हें इस सवाल का जवाब आता है?" लडकी: सर मुझे जवाब तो पता है...पर आपको एक लडकी से इस तरह का सवाल पूछने में शर्म महसूस होनी चाहिए। प्रोफेसर: ठीक है फिर बैठ जाओ। प्रोफेसर ने फिर एक लडके का हाथ खडा हुआ देखा और पूछा, "क्या तुम्हे जवाव पता है?" लडका: हाँ सर, मुझे जवाब पता है। प्रोफेसर: तो ठीक है फिर बताओ। लडका: सर आँख की पुतली। प्रोफेसर: एकदम सही जवाब। प्रोफेसर ने उस लडकी को दोबारा खडा होने के लिए कहा जिसने सवाल का जवाब देने से मना किया था और उससे बोला, "मुझे तुमको तीन बातें बतानी है।" लडकी: कौन सी तीन बातें सर? प्रोफेसर: पहली बात तुम्हारा ज्ञान बहुत ही सतही है, इसको गहराई तक लेकर जाओ। दूसरी बात तुम्हारे दिमाग में गन्दगी भरी है इसे निकालो और तीसरी बात तुम्हारी उम्मीदे बहुत ज्यादा हैं जो तुम्हे परेशानी मे डाल सकती हैं। लडकी: उम्मीदे ज्यादा होने का क्या मतलब है सर? प्रोफेसर: तुम जिसकी बात कर रही थी। वो कभी भी अपने वास्तविक साईज से दस गुना नहीं होता। |