तीन भवन निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदारों की मौत के बाद वे तीनों स्वर्ग के दरवाजे पर मिले पहला पाकिस्तान का था दूसरा चीन का और तीसरा भारत का। जैसे ही वे स्वर्ग के अंदर जाने लगे दूत ने उन्हें रोका और कहा,"अन्दर जाने से पहले आप तीनों को मैं बता दूँ कि अन्दर जाने वाले इस गेट की मरम्मत करनी है तो आप तीनों ही मुझे थोड़ा सा अनुमान लगाकर बताएं कि इस पर कितना खर्चा आ सकता है।" सबसे पहले पाकिस्तानी ठेकेदार ने गेट को देखा और सोच कर बोला, "मेरे ख्याल से इसमें जितनी मरम्मत होनी है उस हिसाब से तो पूरा खर्चा 9000 रूपए आना चाहिए।" दूत ने उसे पूछा,"कि ये किस तरह से इतना अनुमान लगाया आपने ठेकेदार ने कहा 3000 रूपए का मैटीरीअल, 3000 रूपए मजदूर के और 3000 का मुनाफा।" दूत ने चीन के ठेकेदार को कहा कि, "तुम अपना अनुमान लगाओ।" थोड़ी देर उसने भी गेट को देखा और बोला, "33000 रूपए दूत ने कहा ये किस तरह हुआ।" चीन का ठेकेदार बोला, "11000 का मैटीरीअल, 11000 मजदूरों के और 11000 का मुनाफा।" जब दूत ने भारत के ठेकेदार को पूछा तो उसने बिना किसी निरीक्षण के झट से कह दिया 29000 रूपए। दूत ने पूछा, "किस हिसाब से आपने ये अनुमान लगाया।" ठेकेदार बोला, "10000 आपके 10000 मेरे और.... 9000 रूपए पाकिस्तानी ठेकेदार को दे देते है वह 9000 में बहुत अच्छा काम कर लेगा।" |