नासपिटे, हरामखोर आतंकवादियों सिर्फ तुम्हारी वजह से हम मासूम औरतों की मेहनत की कमाई मिट्टी में मिल गई। कालाधन जमा करके रखने वालों तुम्हारा भी सत्यानाश हो। तुम्हारे करोड़ों के रूपयों के पीछे हमारे 5-10 हजार रुपए भी कालाधन घोषित हो गये। हमने कभी कपडे़ धोते हुए पैसे चुराऐ थे, अपना मासूम चेहरा बना कर पतियों को वो पैसे भुलवाऐ थे, वो भी तुम नामुरादों के कारण बर्बाद हो गए। मन तो कर रहा है कि आज हम औरतें मिलकर पूरे आतंकवाद को जड़ से मिटा दें और कालाधन जमा करने वालों तुम्हें भी मिटा दें। तुम लोगों को गरम चिमटे से मारने का मन कर रहा है। ~ भड़की हुयी गृहलक्ष्मीया! |