एक M.R.(Medical Representative) एक डॉक्टर की बेटी से प्यार करता था। एक दिन हिम्मत करके उसने डॉक्टर से उसकी बेटी का हाथ माँगा पर डॉक्टर ने इनकार कर दिया। कुछ दिनों बाद डॉक्टर ने अपनी बेटी की शादी एक डॉक्टर लड़के से करवा दी। परन्तु शादी के कुछ ही दिनों बाद वह डॉक्टर लड़का मर गया। M.R. ने फिर डॉक्टर के सामने उसकी लड़की से शादी का प्रस्ताव रखा लेकिन डॉक्टर ने फिर मना कर दिया। कुछ महीनों बाद डॉक्टर ने अपनी बेटी की शादी एक इंजीनियर से करवा दी लेकिन कुछ दिनों बाद इंजीनियर भी मर गया। M. R. ने फिर शादी की इच्छा प्रकट की लेकिन डॉक्टर नहीं माना। फिर डॉक्टर ने अपनी बेटी की शादी एक टीचर से करवा दी लेकिन कुछ दिनों में वह भी भगवान को प्यारा हो गया। अंत में डॉक्टर ने खिसियाकर अपनी बेटी की शादी उसी M. R. से करवा दी। महीना गुजर गया, छह महीने गुजर गए, धीरे धीरे साल भी गुजर गया लेकिन M. R. नहीं मरा। इसी इंतज़ार में एक दिन डॉक्टर साहब खुद ही गुजर गए और यमराज के पास पहुंचे। जाते ही उन्होंने यमराज से पूछा, `आपने मुझसे मेरे तीन दामादों को छीन लिया लेकिन यह M. R. क्यों नहीं मरा ?` यमराज गुस्से से बोले, `तो हम क्या करें ? वह जहाँ की कहकर जाता है वहाँ मिलता ही नहीं है। TP (Tour Program) में लिखा होता है सिवनी जा रहा हूँ, पर जाता है बालाघाट ! TP में लिखा होता है भोपाल, पर जाता है जबलपुर ! हम तो अब तक यही सोच रहे हैं कि इसे पकड़ें तो कहाँ पकड़ें ?" |