पैगाम-ए-मोहब्बत!

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    मेरी प्यारी बेगम,

    सवाल कुछ भी हो,

    जवाब तुम ही हो।

    रास्ता कोई भी हो,

    मंजिल तुम ही हो।

    दुःख कितना ही हो,

    ख़ुशी तुम ही हो।

    अरमान कितना ही हो,

    आरजू तुम ही हो।

    गुस्सा जितना भी हो,

    प्यार तुम ही हो।

    ख्वाब कोई भी हो,

    ताबीर तुम ही हो।

    "यानी ऐसा समझो कि सारे फसाद की जड़ तुम हो और सिर्फ तुम ही हो।"
  • खोज और अविष्कार! आदमी और औरत की खोजें और अविष्कार! आदमी ने रंग की खोज की, और चित्रकला का अविष्कार किया महिला ने रंग की खोज की, और मेक-अप का अविष्कार किया!!
    आदमी ने शब्द की खोज की, और भाषा का अविष्कार किया...
  • बंता की होशियारी! बंता मछलियाँ पकड़ने में काफी माहिर था और बड़ी बड़ी मछलियाँ पकड़ने के लिए मशहूर था, एक दिन वो बड़ी सी मछली पकड़कर टोकरी में लेकर घर की तरफ आ रहा था तभी मत्स्य अधिकारी ने उसे रोका और पूछा क्या तुम्हारे पास मछली पकड़ने का लाइसेंस है! बंता ने जवाब दिया...
  • अजीब कानून! एक बार संता शिकार करने चला गया उसने जाते ही एक कबूतर को मार दिया वह कबूतर जाकर एक खेत में गिरा, जब वह बाड़ा पार करके उस कबूतर के पास पहुंचा तभी एक किसान वहां आया और संता को पूछने लगा कि वह उसकी प्रोपर्टी में क्या कर रहा है...
  • ज़्यादा ख़ुशी भी जानलेवा है। 90 वर्षीय एक सज्जन की दस करोड़ की लाटरी लग गई। इतनी बड़ी खबर सुनकर कहीं दादाजी खुशी से मर न जाएं, यह सोचकर उनके घरवालों ने उन्हें तुरंत जानकारी नहीं दी। सबने तय किया कि पहले एक डॉक्टर को बुलवाया...
  • शादी से पहले और शादी के बाद! आदमी के हालात कैसे बदलते हैं, ज़रा गौर कीजिये: शादी के पहले - हीरो नं. 1
    शादी के बाद - कुली नं. 1
    शादी के पहले - मैंने प्यार किया...