कुदरत ने औरतों को हसीन बनाया; खूबसूरती दी; चाँद सा चेहरा दिया; हिरनी सी आँखे; मोरनी सी चाल; रेशम जैसे बाल! कोयल जैसे मीठी आव़ाज! फूलों सी मासुमियत दी; गुलाब से होंठ; शहद सी मिठास दी; प्यार भरा दिल दिया; फिर जुबान दी; और फिर इन सबका सत्यानाश हो गया। जब भी इन्होंने अपना मुंह खोला, बस हर वक़्त टे टे टे टे टे टे टे टे टे... |