वो दिन दूर नहीं जब बाबा रामदेव ज़हर भी बनाने लगेंगे। सोचो अगर सच में ऐसा हो गया तो सोचिये विज्ञापन कैसा होगा?
भारत में हर साल लाखों लोग असफल आत्महत्या का प्रयास करते हैं लेकिन मरते नहीं। इस बात का हमें ध्यान रखना चाहिए कि कहीं वो इंसान मिलावट वाला ज़हर तो नहीं खा रहा। हमारे शोध में ये बात साबित हुई है कि मार्केट में महंगे दामों पर मिलने वाले आम ज़हर वाले 'प्रोडेक्ट' में कई तरह के सस्ते जहर, जैसे कि चूहे मारने की दवाई, धतूरा, नौशादर आदि मिलाये जाते हैं। जिससे बन्दा मरता नहीं बस झाग छोड़ बच्चों को डराता है। इनकी आत्महत्या की कोशिशों को नाटक मान बाद में इन्हें कायदे से जलील किया जाता है। त्वरित मौत चाहने वालों के लिए पतंजलि लाया है, अफ्रीकन माम्बा और भारतीय किंग कोबरा के शुद्ध जहर के सत से बना "पतंजलि हर्बल विष" जिसे बस खायें और खाते ही लुढ़क जायें। |