भलाई का ज़माना नहीं रहा!

  •  

    एक बार मार्किट साइड से जा रहे थे तो क्या देखते हैं कि एक सुंदर सी लड़की बेचारी लंगड़ा लँगड़ा के चल रही थी। हमारा दिल पसीज गया। ज़िम्मेदार नागरिक होने के नाते पूछ लिए, "मैडम कोई मदद कर दूँ?"

    वो नहीं मानी और बोली, "मैं ठीक हूँ।"

    हमने सोचा बड़ी खुद्दार है ये तो। फिर हम बोले, "अरे आपको तकलीफ हो रही होगी। आप ऐसा करो मेरी गाड़ी में बैठ जाओ मैं ड्राप कर दूंगा।"

    वो फिर नहीं मानी।

    हम बोले, "चलो बाहों का सहारा दे दूँ, ठीक से चल पाओगी आप।"

    वो बोली, "नो थैंक्स।"

    हमने सोचा पुण्य तो कमा के ही रहेंगे आज। आखिरी बार बोला, "मैडम चलो न मेरी न आपकी, आपको बाहों में उठा लूँ क्या?"

    वो बोली, "आगे दस कदम की दूरी पे मोची की दुकान है। मेरी सैंडल टूट गई है साले। और तू घुसी जा रहा है। बाहों में उठा लूँ, गोद में बिठा लूँ। चल भाग यहाँ से।"
  • पंतजलि हर्बल विष! वो दिन दूर नहीं जब बाबा रामदेव ज़हर भी बनाने लगेंगे। सोचो अगर सच में ऐसा हो गया तो सोचिये विज्ञापन कैसा होगा?
    भारत में हर साल लाखों लोग असफल आत्महत्या का प्रयास करते हैं लेकिन मरते नहीं
  • यह इश्क़ नहीं आसान! फ़ेसबुक पर लड़के को अचानक एक ख़ूबसूरत लड़की की फ़ोटो दिखायी दी, लड़के ने तुरंत मेसेज किया: आइ लव यू
    लड़की: कौन हो तुम?
    लड़का: मेरा नाम आशिक़ कुमार है
    लड़की: अच्छा क्या करते हो...
  • पप्पू और उसकी प्रेमकथा! पप्पू अपने दोस्त बंटी से अपनी नयी बनी गर्लफ्रेंड की तारीफ़ कर रहा था।
    पप्पू: कसम से इस बार जो गर्लफ्रेंड बनायी है बहुत मस्त है, पहले वाली तीनो से ज्यादा मस्त।
    बंटी: अच्छा वो कैसे?
    पप्पू: देख मेरी पहली वाली गर्लफ्रेंड...
  • सहनशीलता की परीक्षा! एक आदमी ने अपनी पत्नी को सुबह 9 बजे से बैंक की लाइन में खड़ा करवा दिया और खुद ऑफिस चला गया। शाम को जब वापस आया तो पत्नी से पूछा कि पैसे निकाले या नहीं? तो पत्नी बोली, "धूप में खड़े-खड़े दो बजे बैंक के दरवाजे में घुसी और तीन बजे कैशियर के सामने पहुँची...
  • तकनीकी मदद! एक महिला ने IT टेक्नीकल सपोर्ट को फोन किया।
    महिला: मुझे `हस्बैंड` प्रोगाम में मुश्किल हो रही है।
    टेक्नीकल सपोर्ट: कब से है यह दिक्कत?