एक बार एक शिक्षक कक्षा में बच्चों को मनोविज्ञान का प्रयोग करके दिखा रहा होता है! प्रयोग की शुरुआत मैं वह एक चूहा लेता है और उसके एक तरफ केक और दूसरी तरफ एक चुहिया रख देता है, और बच्चों से कहता है; शिक्षक: बच्चों अब ध्यान से देखिएगा की यह चूहा केक की तरफ जाता है या चुहिया की तरफ? जैसे ही शिक्षक की बात ख़त्म होती है चूहा केक की तरफ जाता है और केक खा लेता है, उसके बाद शिक्षक फिर वही प्रयोग दोहराता है और केक की जगह रोटी रख देता है! इस बार फिर चूहा चुहिया की तरफ ना जा कर रोटी की तरफ जाता है और रोटी खाने लगता है, यह देख शिक्षक बच्चों से कहता है; शिक्षक: देखा बच्चों दोनों बार चूहा खाने की तरफ गया, तो इसका यह अभिप्राय है कि भूख ही सबसे बड़ी अभिप्रेरणा होती है! शिक्षक की बात सुन कक्षा में बैठा हुआ एक बच्चा उठा और शिक्षक से बोला; बच्चा: मास्टर जी आप ने दो बार खाने की चीजें बदली और दोनों ही बार चूहा खाने तरफ गया, एक बार ज़रा चुहिया भी बदल कर देख लेते! |