दिखावों पे ना जाओ अपनी अक्ल लगाओ!

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    एक ट्रेन मेँ एक पंडित एक गुज्जर एक बनिया और एक जाट सफर कर रहे थे।

    पंडित ने रौब झाडते हुऐ 100 का नोट निकाला और उस पर तम्बाकू डाल कर उसको बीडी बना कर पीने लगा।

    फिर गुज्जर ने 500 का नोट निकाला उसने भी पंडित की तरह बीडी बनायी और पीने लगा।

    अब बनिया कहाँ पीछे रहने वाला था, उसने 1000 का नोट निकाला और बीडी बनाकर पीने लगा।

    अब आ गयी जाट की बारी।

    जाट ने चेकबुक निकाली एक करोड की रकम भर के चेक की बीडी बनायी और पीने लगा।

    सब बेहोश और जाट मदहोश!
  • अद्धभुत कहानी! पत्नी - रात का खाना आज बाहर करेगें।
    पति - ठीक है... हम किसी साधारण रेस्तरां में चलते हैं।
    पत्नी - नहीं...
  • मदारी का बन्दर! एक मदारी सड़क के किनारे ढोल बजाकर बंदर का तमाशा दिखा रहा था।
    जैसे जैसे मदारी ढोल बजाता था, बंदर...
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    मच्छरी: ठीक है, अब सो जाओ।
    मच्छर: डार्लिंग कल मैं हाथी को...
  • नई मधुशाला! मैं औऱ मेरी तनहाई, अक्सर ये बाते करते हैं;
    ज्यादा पीऊं या कम, व्हिस्की पीऊं या रम।
    या फिर तोबा कर लूं...