सुनील शाम को घर पंहुचा । गर्मी बहुत थी, उसने सोचा बियर पी जाए। देखा घर में बियर नही थी। उसने सोचा चलो, बाजार से खरीद कर लाता हूँ। तभी उसके दिमाग में आज की कमाई घूम गई! उसने बाजार से बियर खरीदने का विचार त्याग दिया। उसने ऑटो किया और सीधा पब पहुँच गया। उसने एक बियर और एक प्लेट पनीर पकौड़ा का आर्डर किया। उसने खूब मजे से बियर पी और पकौड़े खाए। बिल बैठा 363 रूपये का। उसने दो हजार का नोट रखा, और वेटर ने उसे 1637 रूपये पकड़ा दिए। सुनील ने उसमे हजार रूपये उठाये और वेटर को बोला "कीप द चेंज!" बियर पीने के बाद सुनील को नशा हो गया! उसने फट से ऑटो किया और अपने घर के लिए रवाना हो गया। एक सिग्नल पर ऑटो रुका, सुनील की नजर कुछ बच्चों पर पड़ी जो भीख मांग रहे थे। सुनील ने सबको सौ सौ रूपये दिए और बोला, "आज रात का खाना मेरी तरफ से अच्छी जगह खा लेना।" तभी उसकी नजर एक छोटी सी बच्ची पर पड़ी, जो गुलाब के फूल का गुलदस्ता बेच रही थी। सुनील ने पूछा, "ये गुलदस्ता कितने का?" "तीस रूपये का साहब!" सुनील ने उसे सौ का नोट दिया और उससे बाकी पैसे भी नहीं लिए। सुनील घर पंहुचा, उसने ऑटो वाले को भी सतर रूपये की जगह सौ रूपये दिए। घर पहुँचते ही उसने बीवी को गुलाब का गुलदस्ता दिया। बीवी खुश हो गई। सुनील के दो बच्चे थे। उसने दोनों को बुलाया और दोनों को सौ रूपये देकर बोला, "ये लो बच्चों, गर्मी बहुत हो रखी है, बाहर जा कर आइसक्रीम खा आओ।" बच्चे भी खुश हो गए! अब यह नही पूछोगे, आखिर यह सुनील हैं कौन जो मंदी के ज़माने में इतना दिलदार है? ट्रैफिक पुलिस का हवलदार है भाई और कौन हो सकता है? |