एक बस के पुरुष यात्री पर एक महिला यात्री को थप्पड़ मारने का मुकदमा चल रहा था! जज: तुमने इसे थप्पड़ क्यों मारा? यात्री: यह महिला मेरे बगल में बैठी थी! कंडक्टर टिकट के लिये आया तो उसनें बड़ा पर्स खोला, उसमें से मझला पर्स निकाला, बड़ा पर्स बंद किया, मझला पर्स खोला, इसमें से छोटा पर्स निकाला और मझला पर्स बंद किया! इतने में कंडक्टर आगे निकल गया! फ़िर इसने मझला पर्स खोला, उसमें छोटा पर्स रखा, मझला पर्स बंद किया, बड़ा पर्स खोला, उसमें मझला पर्स रखा, बड़ा पर्स बंद किया! इतने में कंडक्टर फ़िर आया! महिला ने बड़ा पर्स खोला... जज (खीझ कर): क्या बड़ा पर्स, मझला पर्स, छोटा पर्स लगा रखा है? यात्री: जज साहब आप तो सुन रहें हैं, मैं तो देख रहा था! |