एक बार बंता लुधिआना गया, वह घंटाघर वाली गली से होकर गुजर रहा था उसकी नजर घंटेघर की घड़ी पर पड़ी तो एक आदमी ने उसे पूछ लिया साहब क्या इस घड़ी को खरीदोगे?
बंता ने कहा बिल्कुल उस आदमी ने कहा तो फिर निकालिये 1000 रुपया, और थोड़ी देर रुकिए मैं सीढ़ी लेकर आता हूँ! बंता ने उस आदमी को 1000 रुपया दे दिया और वह आदमी वहां से गायब हो गया बंता काफी देर तक वहां उसका इन्तजार करता रहा पर वह आदमी नहीं आया और बंता भी वहां से चला गया! अगले दिन बंता फिर वहीँ से गुजर रहा था तो उस आदमी ने फिर उसे घड़ी खरीदने कि बात कही आदमी ने कहा तो निकालो फिर 1000 रूपया और मैं सीढ़ी लेकर आता हूँ! बंता ने उसे 1000 रूपए दिए और कहने लगा मैं मूर्ख नहीं हूँ, आज तुम यहाँ इन्तजार करो और मैं सीढ़ी लेकर आता हूँ! |